सर्कमसीजन ऑपरेशन में लिंग के बिलकुल आगे के भाग की चमड़ी को हटा दिया जाता है । ये सर्जरी युरॉलजस्ट के पास सबसे बहुतायत में होती है । दुनिया के लगभग एक तिहाई मर्द अपना सर्कमसीजन या ख़तना करवाते है । इसे करवाने के दो मुख्य कारण है - एक तो धार्मिक रीति रिवाज के मुताबिक़ सभी मुस्लिम, यहूदी, दक्षिण पूर्वी ऐशिया में अनेक लोग और अफ़्रीका में बहुत लोग अपना ख़तना करवा लेते है । दूसरे होता है किसी मेडिकल कारण या शारीरिक समस्या से निजात पाने के लिए । मैंने पिछले लेख में उल्लेख किया है कि मेडिकल कारण हो सकते है फिमोसिस और लम्बे समय तक बार बार लिंग के इन्फ़ेक्शन ।
सर्कमसीजन ऑपरेशन कई तरह से किया जा सकता है । एक तो सदाबहार विधि जिसमें लोकल ऐनेस्थीजिया के प्रभाव से इस जगह को पूरी तरह सुन्न कर दिया जाता है और आवश्यक चमड़ी निकाल कर अत्याधुनिक टाँको से सिल दिया जाता है । इसके आपके टाँके 5-10 में अपने आप सुख कर गिर जाते है । एक दिन बाद आप काम पर लौट सकते है और आपको पाँच दिन ऐंटीबायआटिक दवाई खानी होती है । हम आपको एक लोशन और लगाने की दवा देते है ।
अभी हाल ही में एक नई तकनीक आयी है - ज़ेड एस आर तकनीक - इसमें एक विशेष तरह की डिस्पोज़बल मशी से चमड़ी की कटायी होती है और सर्जिकल पिन की सहायता से ज़ख़्म को सील कर दिया जाता है । पिछली तकनीक में जिसे टाँको से सिलते थे , वही काम सर्जिकल पिन से करते है । इसके चमड़ी की कटायी एकदम समूथ और दिखने में सुंदर लगती है । सर्जिकल पिन से काफ़ी जल्दी ये काम हो जाता है और सर्जरी के कोने पर सिलिकोन की एक रिंग फ़िट हो जाती है । कुछ दिनो के बाद ये रिंग अपने आप गिर जाती है । इसलिए आपको ऑपरेशन के बाद न के बराबर दवाई खानी होती है और हॉस्पिटल में इस सर्जरी के सम्बंध में वापिस दिखाने की आवश्यकता नहीं होती । आप को हस्पताल से जल्दी छुट्टी मिल जाती है । हमारे हस्पताल में ये सर्जरी होती है ।