अक्सर ये सवाल उठता हैं कि जब भी पार्टनर के संग सेक्स करते है तो क्लाइमेक्स पर नहीं पहुंच पाते , लेकिन मास्टरबेशन करते वक्त तो क्लाइमेक्स पर पहुंच जाते है और सेक्स के बाद पार्टनर को झूठ बोलना पड़ता है कि मैं क्लाइमेक्स पर पहुंच गई। क्या यह समस्या दूर हो सकती है?
इसका जवाब है, कई बार हकीकत से ज्यादा, काल्पनिक विचार अच्छे लगते है, सेक्स और मास्टरबेशन में भी यही अंतर है। सेक्स जहां हकीकत है, वहीं मास्टरबेशन एक काल्पनिक विचार। सच तो यह है कि एक सुखद और आनंदमय सेक्स कई बातों पर निर्भर करता है।
पार्टनर की दिलचस्पी बढ़ जाएगी -
यहां इस बात को समझना भी जरूरी है कि कई बार महिलाओं की इच्छा न होने पर पुरुष पार्टनर की जिम्मेदारी है कि वह महिला को इसके लिए प्यार से तैयार करे। उसकी पसंद-नापसंद के बारे में पूछें । इससे फोरप्ले में महिला पार्टनर की दिलचस्पी व इच्छा बढ़ जाएगी। फिर सही लुब्रिकेशन भी हो जाएगा और क्लाइमैक्स की संभावना भी बढ़ जाती है।
सेक्स सफर का आनंद कुछ और ही हैं -
एक सच्चाई यह भी है कि मास्टरबेशन में लोग आसानी से क्लाइमेक्स तक इसलिए पहुंच जाते हैं क्योंकि इसमें न पार्टनर को खुश करने का दबाव रहता है और न ही ज्यादा देर की रुकावट। इसलिए कई लोग आसानी से मास्टरबेशन से क्लाइमेक्स तक पहुंचना पसंद करते हैं। भले ही सेक्स का मकसद क्लाइमेक्स हो, लेकिन सेक्स के सफर का आनंद भी कुछ कम नहीं होता।
बाजार में उपलब्ध दवाईयाँ -
डॉक्टर की सलाह से कई दवाएं बाजार में मौजूद हैं जिससे पुरुष पार्टनर के जल्दी डिस्चार्ज की समस्या अमूमन दूर हो जाती है। दूसरी बात यह है कि अपने पार्टनर को खुलकर बता दें कि आप सेक्स के दौरान क्लाइमेक्स तक नहीं पहुंच पाते हैं । ऐसे में आपके पार्टनर भी आपको दूसरे तरीके से क्लाइमेक्स पर पहुंचा सकते हैं।
यदि आप को लगता है कि कोई सेक्स समस्या है तो आप विवान हॉस्पिटल में अपॉइंटमेंट् ले सकते है। हर मरीज़ की व्यक्तिगत जानकारी पूरी तरह गुप्त रखी जाती है । यह एक अत्याधुनिक हॉस्पिटल है जो सेक्शूअल हेल्थ को समर्पित है। हमारे यहाँ अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट की टीम है। यहाँ जयपुर का बेस्ट सेक्सोलॉजिस्ट मौजूद है।