डायरेक्टर मैसेज
हमारा देश कामसूत्र की धरती हे जहाँ प्यार और आनंद जीवन के अभिन्न अंग हे । सदियों से हम दुनिया को प्यार करने की बारिकियाँ सिखाने में अग्रणी रहे हे।आज से अठारहसौ वर्ष पूर्व वात्स्यायन द्वारा लिखित एतिहासिक ग्रंथ “ काम सूत्र “ का उपहार विश्व को हमने दिया जो आज के वेज्ञानिक युग में भी प्रासंगिक हे। हमने कभी भी “सेक्स” शब्द को गंदा नहीं समझा परंतु उन्नीसवीं सदी में अंग्रेज़ो की सभ्यता में इसे अछूत माना जाता था। ये एक दोगली सभ्यता का प्रतीक था तो हमने भी अपनी मूलभूत संस्कृति को भूलते हुए इसका अंधा अनुसरण करना शुरू कर दिया। फलस्वरूप सेक्स के बारे में अनेक भ्रांतियाँ फ़ेलती गयी और मानव जीवन के सबसे ख़ूबसूरत हिस्से के बारे में बात करना एक सामाजिक अपराध बन गया। लोग ,ख़ासकर युवा वर्ग अनेक सेक्स समस्याओं से पीड़ित होने लगा। उचित बातचीत न होने से अनेक मानसिक और सामाजिक समस्याएँ होने लगी जैसे सेक्स में असफलता के डर से तनाव की स्थिति, कुंठा , सहन शीलता की कमी, यौन संक्रमण की अधिकता, युवा अवस्था में गर्भ धारण , यौन अपराधों में बढ़ोत्तरी, विवाहोत्तर संबंधो में तनाव, छेड़छाड़ जैसे अपराधों की अधिकता और आत्महत्या जैसी घटनाए बढ़ने लगी।
एक अनुमान के अनुसार हमारे देश में लगभग 25 करोड़ लोगों को सेक्स समस्या हे परंतु मेरे ख़याल से असल में कहीं ज़्यादा को सेक्स परोबलेम हे। माता पिता के पास समय का अभाव हे और स्कूल में सेक्स पर कोई चर्चा होती नहीं क्योंकि ये किसी पाठ्यक्रम का भाग नहीं हे ।अधिकतर लोग इस बारे में बात करने से झिझकते हे और हमारे देश में सेक्स रोगों के उपचार के लिए व्यवस्थाएँ नगण्य के बराबर हे। मेडिकल कॉलेज से शिक्षा प्राप्त करने वाले चिकित्सकों को सेक्स समस्याओं के लिए प्रशिक्षित नहीं किया जा रहा अतः सेक्स समस्या से पीड़ित व्यक्ति आसानी से किसी नीम हकीम का शिकार बन जाता हे। इसीलिए हमने विवान हॉस्पिटल फ़ोर सेक्शूअल हेल्थ के रूप में इस दिशा में एक कोशिश की हे ताकि सभी सेक्स रोगियों को वेज्ञानिक उपचार उपलब्ध हो सके। सेक्शूअल मेडिसिन एक बहुआयामी विषय हे जिसमें सायकाइयट्री, गायनकॉलजी, युरालजी, प्लास्टिक सर्जरी, एंडोकरिनोलोजी एंड सायकॉलजी का मिश्रित योगदान आवश्यक हे इसलिए किसी एक व्यक्ति या क्लीनिक के लिए सभी सेक्स रोगों का उपचार असम्भव हे। हमने एक शुरुआत की हे जिसे ईश्वरकृपा तथा आपके सहयोग से सफलता की और हम अग्रसर हे।