“महिला की सेक्स की संतुष्टि के लिए बड़े साइज़ की आवश्यकता होती हैं” पूरे विश्व में ये ग़लत धारणा सबसे ज़्यादा लोगों में पायी जाती हैं।
गर्भ धारण या फिर चरमोत्कर्ष के लिए आवश्यक हैं कि पुरुष का लिंग सेक्स के दौरान बच्चेदानी पर प्रहार करे- ऐसी बेतुकी धारणाओं की कमी नहीं हैं।
हाल में मेरे पास एक स्वस्थ पुरुष बाँझपन की समस्या के साथ आया। उसका मानना था कि उसके छोटे लिंग साइज़ के कारण उसकी पत्नी गर्भ धारण नहीं कर पा रही इस लिए वो मुझ से ज़िद करने लगा कि मैं उसके लिंग साइज़ बड़ा करने का कोई उपचार बताऊँ। मैंने समझा कर सुझाव दिया कि पहले अपने वीर्य की जाँच कराए। पता चला कि उसके शुक्राणु अनुपस्थित हैं। जब शुक्राणु ही नहीं तो गर्भ कैसे ठहर सकता हैं। फिर मैंने उसे समझाया की साइज़ का गर्भ धारण या सेक्स संतोष में कोई महत्व नहीं हैं।
असल में यदि आपके उत्तेजित लिंग का साइज़ दो इंच से ज़्यादा हैं तो आप एक संतोषप्रद सेक्स जीवन जी सकते हैं।
इसका कारण हैं कि उत्तेजित अवस्था में योनि का आकार लगभग छह इंच होता हैं परंतु केवल बाहरी एक तिहाई हिस्सा ही संवेदनशील होता हैं। इसका अर्थ हैं कि बाहरी एक तिहाई में ही सेक्स की अनुभूति हो सकती हैं। यानी दो इंच का लिंग यदि सेक्स करता हैं तो उतनी ही उत्तेजना पैदा करता हैं जितना कोई भी अन्य लिंग।
इसलिए ये समझ लेना अति आवश्यक हैं कि बड़े साइज़ के लिंग होने से कोई भी अतिरिक्त लाभ नहीं मिलता – केवल आपके अहम् की संतुष्टि हो सकती हैं। कृपया मार्केट में उपलब्ध नाना प्रकार के उपकरण, दवाई या तेल के पीछे न भागे, इनका कोई फ़ायदा नहीं हैं।